बच्चों के
पास अपने खाली समय में करने के लिए सीमित वस्तुएं हैं। वयस्क पर्यवेक्षण के बगैर या
तो वे दोस्तों के साथ खेलते हैं, मोबाईल उपकरणों पर गेम खेलते हैं या टी.वी. देखते
हैं। मस्तिष्क का उपयोग सीमित है और इसलिये मस्तिष्क का विकास प्रभावित होता है। इसके
अलावा, वे कॉलोनियां जहां एक ही उम्र के ज़्यादा बच्चे नहीं हैं-एकमात्र विकल्प जो परिवार
उनके बच्चों को दे सकते हैं वह है-स्क्रीन के सामने समय बिताना।
बच्चों को
आकर्षित करने का व उन्हें मज़ेदार तरीके से मानसिक विकास प्रदान करने का एक अभिनव तरीका
है। तो एक बक्से में वे गतिविधियां हैं जो बच्चे उनकी उम्र के अनुसार कर सकते हैं।
अधिकांश गतिविधियां बच्चे वयस्क पर्यवेक्षण के बगैर कर सकते हैं जबकि कुछ गतिविधियों
में बच्चों को कुछ सहायता की आवश्यकता हो सकती है।
उदाहरण के
लिए विषय वरीष्ठ केजी के विद्यार्थियों को तीन वर्षां के शब्द सिखाने से संबंधित है।
तो दो वर्ष वाले छोटे बक्सों के साथ एक बोर्ड खेल है और उनके टूकड़ों को आगे ले जाने
के लिए बच्चों को दो वर्णों से बनने वाले अधिक से अधिक शब्दों की संख्या का अनुमान
लगाना है। जो बच्चा सबसे अधिक शब्दों का अनुमान लगाएगा, वह जीतेगा। यह बच्चों को खेल
के साथ सीखने का एक सरल तरीका है।
एक प्लेग्रुप
वाले बच्चे के लिए पाइप साफ करने वाले ब्रश में विभिन्न पैटर्न में मोती डालना विभिन्न
सतहों को छूने का व कुछ रचनात्मक करने का एक शानदार अनुभव देता है। वास्तव में खेलते
हुए उनके मस्तिष्क का विकास हो जाएगा।
यह कई सारे
उम्र के अनुसार उपयुक्त खेलों का एक उदाहरण है जिन्हें बच्चों के लिये सोचा जा सकता
है। अहमदाबाद के दो विद्यालय उद्गम व ज़ेबर ने बच्चों को दिवाली के पहले ऐसे 4 खेल देने
की योजना बनाई है ताकि बच्चे उसे छुट्टियों में खेल सकें जब माता पिता भी कार्यमुक्त
होते हैं।
अब शिक्षा
कक्षा या पाठ्यपुस्तक ही सीमित नहीं है। छोटे बच्चों में, जितना अधिक वह अनुभव करता
है उतना अधिक उसका मस्तिष्क विकसित होता है। बच्चों को वस्तुओं को छूकर महसूस करने
देना उन्हें समझाने से अधिक महत्त्वपूर्ण है। तो बच्चों को पानी की तीन अवस्थाएं समझाना-भाप,
तरल व बर्फ, उन्हें स्मार्ट बोर्ड पर विडियो दिखा कर समझाया जा सकता है। परंतु उन्हें
वास्तव में दिखाने से वे तापमान को महसूस कर सकते हैं व भाप को संघनित होते हुए व बर्फ
को पिघलते हुए देख सकते हैं। एक अवधारणा का वास्तव में अनुप्रयोग आसानी से समझने व
याद करने में सहायता करता है और खासतौर पर तब जब बच्चों को सीखने में मज़ा आ रहा हो।
छोटे बच्चों
को खेल खेलने से आसानी से आकर्षित किया जा सकता है और उन्हें नई वस्तुएं जानने की बहुत
जिज्ञासा होती है- चाहे उन्हें उसके लिए कोई अंक नहीं प्राप्त होने वाले हैं। कोई भी
नया अनुभव करना किसी भी अन्य पुरस्कार से अधिक फायदेमंद है। उन प्रारंभिक वर्षों के
दौरान मस्तिष्क का विकास अधिकतम होता है। और चूंकि वस्तुओं को छूने, महसूस करने, व
सूंघने में अधिक इंद्रियां शामिल होती हैं- एकाग्रता अधिक होती है।
ट्रंक वर्क्स,
फ्लिंटोबॉक्स व मैजिक क्रेट नाम की कंपनियां हैं जो विभिन्न आयू समूह के बच्चों को
इस तरह के बक्से देती हैं। ऐसे अभिनव समाधानों के साथ बच्चों के लिए शिक्षा आसान व
दिलचस्प हो रही है।
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